कही प्रकृति का कहर .......
कही बम विस्फोट से बन गए खंडहर ही खंडहर
आख़िर कब तक जलेंगे शहर दर शहर
भारत माता कह रही हर पहर
अरे कम से कम अब तो खाओ रहम
और बंद करो ये करम
बंद करो ये करम
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1 टिप्पणी:
उठ जाओ शूर वीर
लेकर कृपाण और तीर
टूट जाए इनका भरम
तभी आएगी इनको शर्म
बंद करेंगे वहशियाना करम
मत मांगो इनसे रहम
नही है कोई इनका धरम
आपका डर इनकी ताकत है
जब तक डरे,ये आपके लिए आफत हैं.
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